सीबीएसई दसवी बोर्ड: गणित केप्रश्न ने डर किया दूर

केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की दसवीं के गणित (बेसिक मैथ्स व स्टैंडर्ड मैथ्स) के आसान पेपर से छात्रों का डर दूर हो गया। प्रश्न पत्र के बदले पैटर्न के कारण एक नंबर वाले प्रश्नों की संख्या में बढ़ोतरी ने पेपर को पास करना आसान बना दिया। इस कारण अधिकतर छात्रों के चेहरे खिले रहे। संतुलित पेपर व प्रश्नों के विकल्प के कारण भी पेपर हल करना आसान हो गया। बेसिक व स्टैंडर्ड मैथ्स का संतुलित व सीधा प्रश्न पत्र पाकर औसत छात्र भी 80 में से 60 अंक प्राप्त कर सकता है।


देशभर में बृहस्पतिवार को सीबीएसई की दसवीं की गणित विषय की परीक्षा हुई। पहली बार बोर्ड ने गणित के दो तरह के पेपर की व्यवस्था की थी। इसमें से एक बेसिक मैथ्स (औसत छात्र) व दूसरा स्टैंडर्ड मैथ्स (औसत से अधिक)। छात्रों के अनुसार दोनों ही पेपर का स्तर ठीक था। पाठ्यक्रम से ही सब कुछ आया। सबसे ज्यादा छात्रों को एक नंबर वाले प्रश्न पसंद आए। इस कारण उन्हें पेपर हल करने में ज्यादा दिक्कत नहीं हुई। विद्या बाल भवन स्कूल के छात्र शिवम ने बताया कि पूरा पेपर एनसीईआरटी पाठ्यक्रम पर आधारित था। इस कारण वह उन्हें आसान लगा। छात्रा आन्या बजेठा ने बताया कि प्रश्न पत्र आसान होने के कारण सभी प्रश्न पत्र हल कर दिए।
टीजीटी गणित शिक्षक संदीप कुमार ने बताया कि गणित के पेपर को लेकर छात्रों में काफी डर रहता है लेकिन आसान प्रश्न पत्र को देखकर छात्रों को काफी खुशी हुई। इस बार पैटर्न बदला हुआ था। इस कारण एक नंबर वाले प्रश्नों की संख्या पांच से बढ़ाकर बीस की गई। यह सभी प्रश्न कठिन नहीं थे और सीधे पूछे गए थे। इसमें बीस प्रश्न बहुविकल्पीय, पांच रिक्त स्थान व पांच एक शब्द वाले प्रश्न थे। अब तक यह प्रश्न केवल पांच ही आते थे। एक चार अंक का प्रश्न छात्रों को समझ नहीं आया। इसमें पाइथोगोरस थ्योरम का इस्तेमाल करना था। विद्या बाल भवन के गणित के शिक्षक हेमंत माथुर ने बताया कि पेपर बच्चों को ध्यान में रखकर बनाया गया था। सभी प्रश्न अभ्यास किए हुए थे, इसलिए उन्हें हल करने मेें दिक्कत नहीं हुई।