दिल्ली में कोरोना को महामारी घोषित कर दिया गया है। दिल्ली सरकार की बृहस्पतिवार को आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया। सरकार ने सभी सिनेमा हॉल और स्कूल-कॉलेजों (जिनमें परीक्षा नहीं होनी) को 31 मार्च तक बंद रखने का आदेश जारी किया है। इसके साथ ही सभी सरकारी व निजी कार्यालयों और मॉल समेत सार्वजनिक जगहों को कीटाणु रहित करने का निर्देश दिया गया है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में बताया कि दिल्ली सरकार इस महामारी से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। संक्रमण के शिकार लोगों को बेहतर इलाज के साथ ही आइसोलेशन वार्ड में रखने का पूरा इंतजाम किया गया है। बुराड़ी स्थित निर्माणाधीन अस्पताल में भी आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है। इसी तरह खाली पड़े सरकारी फ्लैटों को भी तैयार रखा गया है। उन्होंने बताया कि अस्पतालों में 500 से ज्यादा बेड मरीजों के लिए तैयार हैं। आवश्यकता हुई तो इसमें बढ़ोतरी की जाएगी। उन्होंने सभी लोगों से इस बीमारी को देखते हुए सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा सभी चौकन्ने रहेंगे, तो इस बीमारी से बेहतर तरीके से लड़ सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए उठाए कदमों की समीक्षा की गई। सरकार जो कुछ कर रही है वह कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए कर रही है। यह बीमारी पूरी दुनिया में बेहद तेजी से फैली है लेकिन अब तक भारत इस पर अंकुश लगाने में कामयाब रहा है। अगर हम चौकन्ना रहे तो देश को कोरोना से अपने देश को बचा सकते हैं। वहीं, बैठक के बाद उपराज्यपाल अनिल बैजल ने ट्वीट कर कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, मुख्य सचिव व अन्य अधिकारियों संग बैठक कर कोरोना से निपटने की तैयारियों पर चर्चा की। बैठक में स्कूल, कॉलेजों, सिनेमा हॉल आदि को 31 मार्च तक बंद करने का निर्णय लिया गया है ताकि कोरोना वायरस के प्रसार को रोका जा सके।